मात्र 7 घंटे में पूरा होगा लखनऊ से भोपाल का सफर, 11300 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा ये नया हाईवे, किसानों को मिलेगा मौटा पैसा

भोपाल और लखनऊ के बीच की दूरी को कम करने के लिए एक नया फोर टू सिक्स लेन हाईवे बनने जा रहा है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को सीधे जोड़ने के लिए बनने वाला यह हाईवे न केवल इन दोनों शहरों के बीच की दूरी को कम करेगा बल्कि सफर को भी अधिक सुगम और सुरक्षित बनाएगा। यह हाईवे 600 किलोमीटर लंबा होगा और इसके निर्माण पर 11,300 करोड़ रूपए की भारी-भरकम लागत आएगी।
यह हाईवे तीन चरणों में पूरा किया जाएगा जिसमें प्रत्येक चरण का काम तेजी से चल रहा है। इस नए हाईवे के बनने के बाद भोपाल से लखनऊ तक का सफर जो अभी 12 घंटे में पूरा होता है वह केवल 7 घंटे में पूरा हो सकेगा। इस तरह का परिवहन सुधार न केवल समय की बचत करेगा बल्कि ईंधन की भी बचत करेगा जिससे आर्थिक लाभ भी होगा।
तीन चरणों में होगा निर्माण
नए हाईवे का निर्माण कार्य तीन चरणों में विभाजित किया गया है। इस योजना के तहत पहले दूसरे और तीसरे चरण में काम किए जाएंगे जो पूरे हाईवे को जल्दी और सुगमता से तैयार करेंगे।
पहला चरण: उत्तर प्रदेश के कानपुर से करबई तक 112 किलोमीटर का यह चरण है। इस चरण का काम तेजी से चल रहा है और इसके जल्द ही पूरा होने की संभावना है।
दूसरा चरण: करबई से सागर तक का 223 किलोमीटर लंबा यह चरण सबसे बड़ा है और इस पर भी काम तेजी से प्रगति पर है।
तीसरा चरण: सागर से भोपाल तक 150 किलोमीटर लंबा यह चरण मध्यप्रदेश में हाईवे का अंतिम हिस्सा होगा। इस हिस्से के निर्माण के बाद हाईवे का काम पूरा हो जाएगा।
किन गांवों और कस्बों से होकर गुजरेगा हाईवे?
यह हाईवे कई गांवों और कस्बों से होकर गुजरेगा जिससे इन क्षेत्रों का विकास और आर्थिक स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है। यह नया हाईवे गांवों और कस्बों की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में भी अहम भूमिका निभाएगा।
भोपाल से लखनऊ के बीच बनने वाला यह हाईवे महाराजपुर, छतरपुर, बिजावर और बड़ामलहरा तहसीलों के करीब 57 गांवों से होकर गुजरेगा। इन गांवों में बरौली, रायपुर, पड़री लालपुर, सतरहुली, सरांय, सिरोह, भदेवना, छाजा, रामसारी, मिर्जापुर, कुम्हेड़िया, ओरिया, बम्हौरा, इतर्रा, गुच्चुपुर, परास प्रथम खंड, कोरिया पश्चिमी, कोहरा, सजेती, बम्हौरी, चितौली, अनोइया, बावन, मदुरी, बरीपाल, असगहा, पड़री गंगादीन, सिरसा, कंधौली, धरछुआ, मैधरी, असवार मऊ, समुही, लहुरीमऊ कासिमपुर, परास द्वितीय खंड और कोरिया पूर्वी, परसेंढा एहतमाली, परसेंढा मुस्तकिल, गंगूपुर, श्यामपुर, देवगांव गहतौली, जलाला, पचखुरा बुजुर्ग, टेढ़ा, अराजी मुतनाजा पंधेरी, पढ़ौली, पारा, इटरा, चंदनपुरवा बुजुर्ग, भौनियां, पत्योरा दरिया और पत्योरा डांडा जैसे गांव और कस्बे शामिल हैं।
इस हाईवे से होने वाले फायदे
इस नए हाईवे के बनने से कई फायदे होंगे। सबसे प्रमुख फायदा होगा समय की बचत। जहाँ वर्तमान में भोपाल से लखनऊ तक का सफर 12 घंटे का होता है वहीं इस नए हाईवे के बनने के बाद यह सफर केवल 7 घंटे में पूरा हो सकेगा। इससे समय की बचत के साथ-साथ ईंधन की भी बचत होगी। इसके अलावा यातायात में सुगमता और सुरक्षा भी बढ़ेगी।
साथ ही इस हाईवे के माध्यम से गांवों और कस्बों के विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। जिन क्षेत्रों से यह हाईवे गुजरेगा वहाँ की आर्थिक स्थिति में सुधार होने की संभावना है। क्षेत्रीय व्यापार और उद्योगों को भी इसका सीधा फायदा मिलेगा।
हाईवे के निर्माण की मौजूदा स्थिति
हाईवे के निर्माण कार्य की प्रगति अच्छी है और इसे समय से पूरा करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। पहले और दूसरे चरण के निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहे हैं जबकि तीसरे चरण का काम जल्द ही शुरू किया जाएगा।
इस तरह के हाईवे परियोजनाओं से न केवल सड़क परिवहन के बुनियादी ढांचे में सुधार होता है बल्कि क्षेत्रीय विकास और आर्थिक उन्नति में भी तेजी आती है। भोपाल-लखनऊ हाईवे इसका एक अच्छा उदाहरण हो सकता है जिससे ना केवल बड़े शहरों के बीच संपर्क सुधरेगा बल्कि ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में भी समृद्धि आएगी।