delhihighlight

मोदी की अध्यक्षता में यूपी को मिली बड़ी सौगात, इन जिलों की लगेगी लॉटरी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस खास परियोजना के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से प्रदेश में कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में तेजी आएगी। आम जनता का आवागमन आसान होने के साथ-साथ आर्थिक गतिविधियों में नए रास्ते खुलेंगे। मुख्यमंत्री ने इस परियोजना को प्रदेश के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया है.

 
Chief Minister Yogi Adityanath

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट की आर्थिक मामलों की समिति ने उत्तर प्रदेश में हाई स्पीड रोड कॉरिडोर परियोजना को स्वीकृति दे दी है। इस परियोजना के तहत राज्य में तीन महत्वपूर्ण सड़कों का निर्माण किया जाएगा जिसमें आगरा-ग्वालियर सिक्स लेन, कानपुर रिंग रोड सिक्स लेन और अयोध्या रिंग रोड फोरलेन शामिल हैं। इस परियोजना का उद्देश्य प्रदेश में कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास को बढ़ावा देना है जिससे आम जनता का आवागमन आसान होगा और आर्थिक गतिविधियों में नए रास्ते खुलेंगे।

आगरा-ग्वालियर सिक्स लेन
उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित तीन हाई स्पीड रोड कॉरिडोर में से एक आगरा-ग्वालियर सिक्स लेन परियोजना है। इस सड़क के निर्माण से आगरा और ग्वालियर के बीच यातायात की गति में वृद्धि होगी और यात्रा समय में कमी आएगी। यह परियोजना व्यापार और पर्यटन को भी प्रोत्साहित करेगी जिससे दोनों शहरों की अर्थव्यवस्था को लाभ होगा।

कानपुर रिंग रोड सिक्स लेन
दूसरी महत्वपूर्ण परियोजना कानपुर रिंग रोड सिक्स लेन है जो कानपुर शहर के चारों ओर एक आधुनिक रिंग रोड के रूप में कार्य करेगी। इससे शहर के भीतर यातायात का बोझ कम होगा और बाहरी इलाकों से आने वाले वाहन आसानी से शहर के चारों ओर घूम सकेंगे। यह सड़क कानपुर को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और यातायात की भीड़ को कम करेगी।

अयोध्या रिंग रोड फोरलेन
अयोध्या में प्रस्तावित 68 किलोमीटर लंबी चार लेन एक्सेस कंट्रोल रिंग रोड हाइब्रिड वार्षिकी मोड (HACM) में बनाई जाएगी। इस परियोजना पर 3,935 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह रिंग रोड शहर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों एनएच 27 (ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर), एनएच 227 ए और एनएच 227 बी पर भीड़ को कम करेगी। तीर्थयात्रियों को एनएच 330, एनएच 330-ए और एनएच 135 से राम मंदिर तक तेजी से जाना संभव होगा। इसके अलावा रिंग रोड अयोध्या को लखनऊ के प्रमुख रेलवे स्टेशनों, चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और अयोध्या हवाई अड्डे से जोड़ने में भी मदद करेगी।

अयोध्या पर्यटन को मिलेगी नई रफ्तार
अयोध्या रिंग रोड परियोजना से अयोध्या में पर्यटन को नई रफ्तार मिलेगी। तीर्थयात्री और पर्यटक अब आसानी से राम मंदिर और अन्य धार्मिक स्थलों तक पहुंच सकेंगे। इससे अयोध्या में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। रिंग रोड के निर्माण से अयोध्या में भीड़भाड़ कम होगी क्योंकि यह उत्तर-पूर्वी गलियारों और अन्य राष्ट्रीय राजमार्गों के लंबी दूरी के यातायात को शहर से बाहर ले जाएगा।

लॉजिस्टिक क्षमता में योगदान
रिंग रोड परियोजना न केवल स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देगी बल्कि देश की लॉजिस्टिक क्षमता में भी जरूरी योगदान देगी। यह परियोजना राज्य के विभिन्न हिस्सों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी जिससे व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा मिलेगा। रिंग रोड के माध्यम से सामान और माल की ढुलाई में तेजी आएगी जिससे व्यापारिक गतिविधियों में वृद्धि होगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस खास परियोजना के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से प्रदेश में कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में तेजी आएगी। आम जनता का आवागमन आसान होने के साथ-साथ आर्थिक गतिविधियों में नए रास्ते खुलेंगे। मुख्यमंत्री ने इस परियोजना को प्रदेश के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया है।

अयोध्या रिंग रोड परियोजना के लिए 3,935 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह राशि हाइब्रिड वार्षिकी मोड (HACM) के तहत खर्च की जाएगी। इस वित्तीय मॉडल के तहत परियोजना की लागत का हिस्सा सरकार और निजी क्षेत्र के बीच साझा किया जाएगा। इससे परियोजना की वित्तीय व्यवहार्यता सुनिश्चित होगी और इसे समय पर पूरा किया जा सकेगा।