कुंभ मेले से पहले तैयार होगा यूपी का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे, 56 हजार करोड़ की लागत से इन 518 गांवों की हो जाएगी कायापलट

गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है और 2025 में होने वाले कुंभ मेले (Kumbh Mela 2025) से पहले इसके पूरी तरह से चालू होने की उम्मीद जताई जा रही है। इस 594 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे के बनने के बाद यह उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे (Longest expressway of Uttar Pradesh) बन जाएगा जो 12 जिलों के 518 गांवों से होकर गुजरेगा।
इसका निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) द्वारा किया जा रहा है जिसे दिसंबर तक इसका काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने 2019 में इस एक्सप्रेसवे का ऐलान किया था और अब इसे कुंभ 2025 से पहले शुरू करने की योजना है।
यूपी का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे
गंगा एक्सप्रेसवे जो मेरठ से प्रयागराज तक 594 किलोमीटर की दूरी को कवर करेगा राज्य के विकास की एक नई मिसाल बनेगा। यह 6 लेन का एक्सप्रेसवे (six lane expressway) है जिसे भविष्य में 8 लेन तक बढ़ाया जा सकता है। 6 घंटे में मेरठ से प्रयागराज की दूरी (meerut to prayagraj distance) तय की जा सकेगी जिससे यात्रा में तेजी और सुविधा दोनों मिलेंगी। इस एक्सप्रेसवे पर गाड़ियां 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेंगी जिससे ट्रैफिक की समस्या भी कम होगी।
गंगा एक्सप्रेसवे का रूट : Ganga Expressway Route
गंगा एक्सप्रेसवे पश्चिम से पूर्व की ओर यूपी के 12 प्रमुख जिलों से गुजरेगा। इसकी शुरुआत मेरठ से होगी और हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ होते हुए प्रयागराज में खत्म होगी। इसके रूट में 518 गांव शामिल होंगे जिनसे होते हुए एक्सप्रेसवे राज्य के प्रमुख हिस्सों को जोड़ेगा।
एक्सप्रेसवे पर उतरेंगे फाइटर प्लेन
गंगा एक्सप्रेसवे की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे सिर्फ गाड़ियों के लिए ही नहीं, बल्कि आपात स्थिति में फाइटर प्लेन और हेलीकॉप्टर के लिए भी उपयोग में लाया जा सकेगा। शाहजहांपुर में 3.50 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी बनाई जा रही है जो भारतीय वायुसेना के लिए होगी। इसके साथ ही गंगा और रामगंगा नदियों पर बड़े पुलों का निर्माण भी इस प्रोजेक्ट का हिस्सा है।
यूपी के अन्य एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा
गंगा एक्सप्रेसवे यूपी के अन्य प्रमुख एक्सप्रेसवे जैसे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बलिया लिंक एक्सप्रेसवे को भी जोड़ने का काम करेगा। इससे प्रदेश की कनेक्टिविटी और बेहतर होगी और आने-जाने में लगने वाला समय भी कम होगा।
देश का तीसरा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे
लंबाई के हिसाब से गंगा एक्सप्रेसवे भारत का तीसरा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा। इससे पहले दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (1,350 किलोमीटर) और मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे (700 किलोमीटर) सबसे लंबे हैं। गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण करीब 36,000 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है।