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इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे तक बेहतर पहुंचने के लिए यहाँ बनेंगे 3 नए फ्लाईओवर, दिल्ली-जयपुर हाईवे पर ट्रैफिक होगा कम

3 new flyovers : दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डॉयल) और गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने निपोन कोइ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एनकेआई) को कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए यातायात का अध्ययन करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। गत 30 जुलाई को इस कंपनी ने जीएमडीए, एनएचएआई और डॉयल के समक्ष अध्ययन रिपोर्ट का प्रस्तुतिकरण दिया।
 
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दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा तक पहुंच को बेहतर बनाने के लिए तीन नए फ्लाईओवर बनाने की योजना बनाई गई है। इस योजना के तहत ओल्ड दिल्ली रोड पर अतुल कटारिया चौक से दिल्ली के समालखा तक, रेजांगला चौक पालम विहार से द्वारका एक्सप्रेसवे तक और द्वारका एक्सप्रेसवे से एसपीआर के ऊपर से गुरुग्राम-सोहना हाईवे तक एलिवेटेड फ्लाईओवर बनाने की सिफारिश की गई है। इस कदम से दिल्ली-जयपुर हाईवे पर यातायात का दबाव कम होने और दिल्ली एयरपोर्ट तक पहुंचने में आसानी होगी।

दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (Delhi International Airport Limited) और गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (GMDA) ने निपोन कोइ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (NKI) को कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए यातायात का अध्ययन करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। गत 30 जुलाई को इस कंपनी ने जीएमडीए, एनएचएआई और डॉयल के समक्ष अध्ययन रिपोर्ट का प्रस्तुतिकरण दिया। रिपोर्ट में तीन सड़कों पर फ्लाईओवर बनाने का सुझाव दिया गया है। इन फ्लाईओवर के निर्माण पर कितना खर्चा आएगा इसका आकलन अभी नहीं हो सका है।

रिपोर्ट में सुझाए गए फ्लाईओवर

रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली-जयपुर हाईवे पर एंबीयंस मॉल के समीप से गुरुग्राम की तरफ रोजाना 1.80 लाख और दिल्ली एयरपोर्ट और दिल्ली की तरफ 1.77 लाख वाहन जाते हैं। सुबह के समय एयरपोर्ट और दिल्ली की तरफ प्रति घंटा 11580 वाहन और शाम के समय 13058 वाहन आते हैं। इससे दिल्ली-जयपुर हाईवे पर यातायात का भारी दबाव पड़ता है।

ओल्ड दिल्ली रोड से समालखा तक सिग्नल फ्री सड़क

रिपोर्ट के मुताबिक ओल्ड दिल्ली रोड से समालखा तक की सड़क को सिग्नल फ्री करना होगा। पांच किलोमीटर लंबा छह लेन का एलिवेटिड फ्लाईओवर बनाने की जरूरत है। इस फ्लाईओवर के निर्माण से यातायात सुगम हो जाएगा और वाहनों का आवागमन बिना किसी बाधा के हो सकेगा।

रेजांगला चौक से द्वारका एक्सप्रेसवे तक फ्लाईओवर

रेजांगला चौक के ऊपर से द्वारका एक्सप्रेसवे तक 3.2 किलोमीटर लंबे चार लेन के फ्लाईओवर की जरूरत है। पालम विहार के समीप रेलवे लाइन होने के कारण पालम विहार रोड पर सड़क जाम की समस्या होती है। इस फ्लाईओवर के निर्माण से इस समस्या का समाधान होगा और यातायात का प्रवाह बेहतर हो सकेगा।

द्वारका एक्सप्रेसवे को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) से जोड़ने के लिए एसपीआर पर द्वारका एक्सप्रेसवे से गुरुग्राम-सोहना रोड को जोड़ने के लिए फ्लाईओवर बनाना होगा। इस फ्लाईओवर के निर्माण से दिल्ली एयरपोर्ट तक पहुंचने का समय कम हो जाएगा और यातायात का दबाव भी कम होगा।

दिल्ली एयरपोर्ट के लिए दो लेन निकास

आवागमन में सुधार का सुझाव एजेंसी ने कम समय में आवागमन में सुधार का सुझाव दिया है। इसमें दिल्ली-जयपुर हाईवे से एयरपोर्ट तक दो लेन निकास बनाने की जरूरत बताई है। इस हाईवे से एयरपोर्ट के प्रवेश और निकासी के लिए शंकर चौक पर सुधार को आवश्यक बताया है। इसमें कहा गया है कि सिरहोल टोल प्लाजा पर मौजूदा सड़क सही ढंग से डिजाइन नहीं है। एमसीडी टोल प्लाजा से पहले कई अतिरिक्त लेन हैं जो आगे जाकर अचानक कम हो जाती हैं। इससे ट्रैफिक में बाधा उत्पन्न होती है। यह टोल अभी भी आरएफआईडी टोलिंग प्रणाली पर है। इस कारण भी देरी होती है।

वाहन उपयोग के आंकड़े

इस अध्ययन रिपोर्ट के मुताबिक गुरुग्राम-दिल्ली के बीच में 79.66 प्रतिशत लोग प्राइवेट कार या टैक्सी का इस्तेमाल करते हैं। सिर्फ 9.36 प्रतिशत लोग मेट्रो और 5.98 प्रतिशत लोग बस का इस्तेमाल कर रहे हैं। इन आंकड़ों से साफ है कि अधिकांश लोग अपनी प्राइवेट कारों का उपयोग करते हैं जिससे सड़कों पर यातायात का दबाव बढ़ जाता है।

जीएमडीए के मुख्य अभियंता का बयान

जीएमडीए के मुख्य अभियंता अरुण धनखड़ ने कहा, "गुरुग्राम से दिल्ली एयरपोर्ट तक की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने का प्रस्ताव एजेंसी ने दिया है। द्वारका एक्सप्रेसवे से गुरुग्राम-सोहना हाईवे को एलिवेटेड हाईवे से जोड़ने की योजना जीएमडीए पहले ही बना चुका है। ओल्ड दिल्ली रोड और पालम विहार रोड पर फ्लाईओवर बनाने का प्रस्ताव दिया है। इस पर विचार किया जाएगा।"