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sarso tel : सरसों तेल के फायदे और नुकसान, क्या आप जानते हैं असली सरसों तेल की पहचान?

sarso tel : सरसों के तेल के कई फायदे हैं लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं जिनके बारे में आपको जानकारी होना जरूरी है। इसके अलावा आजकल बाजार में मिलावट वाले सरसों के तेल की भी बिक्री हो रही है जो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इस लेख में हम सरसों के तेल के फायदे और नुकसान के साथ-साथ असली और मिलावटी सरसों तेल की पहचान करने के कुछ उपाय भी बताएंगे।
 
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Delhi highlights (sarso tel) : सरसों का तेल (Mustard Oil) भारत में हर रसोई की शान है। देश के विभिन्न हिस्सों में खाना बनाने के लिए इसका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाता है। इसके पीछे कई कारण हैं जिनमें प्रमुख कारण है भारतीय मौसम और सरसों तेल की अनुकूलता। सरसों का तेल सेहत और सुंदरता के लिए भी अत्यंत फायदेमंद माना जाता है। यही वजह है कि आयुर्वेद में भी इसका इस्तेमाल कई दवाइयों और उपचार में होता है।

हालांकि सरसों के तेल के कई फायदे हैं लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं जिनके बारे में आपको जानकारी होना जरूरी है। इसके अलावा आजकल बाजार में मिलावट वाले सरसों के तेल की भी बिक्री हो रही है जो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इस लेख में हम सरसों के तेल के फायदे और नुकसान के साथ-साथ असली और मिलावटी सरसों तेल की पहचान करने के कुछ उपाय भी बताएंगे।

सरसों तेल के नुकसान

सरसों तेल के कई फायदे हैं लेकिन इसके साथ ही कुछ नुकसान भी हैं जिन्हें नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता।

1. एरिटिक एसिड का उच्च स्तर

सरसों के तेल में एरिटिक एसिड का उच्च स्तर पाया जाता है जो दिल की सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। यह दिल की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा सकता है और इसके अत्यधिक सेवन से हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

2. गर्भावस्था में हानिकारक

विशेषज्ञों का मानना है कि महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान सरसों के तेल का अत्यधिक सेवन नहीं करना चाहिए। सरसों के तेल में पाए जाने वाले कुछ रासायनिक यौगिक शिशु के स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते हैं। इसलिए गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन सावधानीपूर्वक करना चाहिए।

3. राइनाइटिस का खतरा

लगातार सरसों के तेल का सेवन करने से कई लोगों को राइनाइटिस हो सकता है। राइनाइटिस में बलगम की झिल्ली में सूजन हो जाती है जिससे खांसी छींकना भरी हुई नाक और नाक से पानी बहने जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

4. एलर्जी की संभावना

सरसों के तेल से कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है। इसमें खुजली सूजन और त्वचा पर चकत्ते जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यदि सरसों तेल के सेवन के बाद आपको इस तरह की परेशानी होती है तो इसका सेवन तुरंत बंद कर देना चाहिए।

5. त्वचा पर असर

सरसों तेल की मालिश करने से कई लोगों की त्वचा पर चकत्ते हो जाते हैं। इसके लंबे समय तक इस्तेमाल से त्वचा का रंग काला पड़ सकता है और दाने निकल सकते हैं।

6. यूरिक एसिड की उच्च मात्रा

कई रिसर्च में पाया गया है कि सरसों के तेल में यूरिक एसिड की उच्च मात्रा पाई जाती है। यह दिल और सांस से जुड़ी बीमारियां एनीमिया कैंसर कोमा और सबसे गंभीर मामलों में मौत का कारण भी बन सकता है। इसके अलावा बाजार में मिलावट वाले सरसों तेल की बिक्री भी हो रही है जो आपके स्वास्थ्य के लिए और भी हानिकारक हो सकता है।

असली सरसों तेल की पहचान (Pure Mustard Oil Identification)

बाजार में मिलावट वाले सरसों तेल की बिक्री बढ़ने के कारण असली और मिलावटी सरसों तेल की पहचान करना जरूरी हो गया है। यहां कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे आप घर पर ही असली और मिलावट वाले सरसों तेल की पहचान कर सकते हैं।

1. फ्रीजिंग टेस्ट

सरसों तेल में मिलावट की पहचान करने के लिए आप इसका फ्रीजिंग टेस्ट कर सकते हैं। इसके लिए एक कटोरी में थोड़ा सा सरसों का तेल लें और इसे कुछ समय के लिए फ्रिज में रख दें। यदि तेल जम जाता है या उसमें सफेद धब्बे आने लगते हैं तो इसका मतलब है कि इसमें मिलावट की गई है।

2. हाथों में रगड़कर जांचें

सरसों का तेल असली है या नहीं इसकी जांच करने के लिए अपने हाथों में थोड़ा तेल लेकर अच्छे से रगड़ें। यदि तेल से कोई रंग निकले या उसमें केमिकल की बदबू आए तो समझ जाइये कि यह मिलावट वाला तेल है।

3. बैरोमीटर टेस्ट

सरसों के तेल की शुद्धता बैरोमीटर से भी जांची जा सकती है। तेल की बैरोमीटर रीडिंग 58 से 60.5 होनी चाहिए। यदि रीडिंग इस तय मानक से अधिक हो तो यह मिलावट वाला तेल हो सकता है। इसलिए जब भी तेल खरीदें उसकी बैरोमीटर रीडिंग से इसकी शुद्धता की जांच कर लें।