Fortuner को टक्कर देने के लिए भारत में ही Endeavour बनाएगी Ford, तीन साल बाद करेगी वापसी

साल 2021 में फोर्ड मोटर कंपनी (Ford Motor Company) ने भारत में अपने मैन्युफैक्चरिंग ऑपरेशंस को बंद करने का बड़ा फैसला लिया था जिसने ऑटोमोबाइल सेक्टर में हलचल मचा दी थी। लेकिन अब लगभग तीन साल बाद कंपनी ने भारत में फिर से मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने का ऐलान किया है। हालाँकि इस बार कंपनी का फोकस इंडियन मार्केट पर नहीं बल्कि ग्लोबल एक्सपोर्ट पर रहेगा। यह घोषणा तमिलनाडु सरकार के साथ कंपनी की पार्टनरशिप के तहत आई है जो भारत में रोजगार और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
चेन्नई प्लांट से होगा ऑपरेशन
फोर्ड मोटर कंपनी ने तमिलनाडु सरकार के साथ मिलकर एक बार फिर से अपने चेन्नई प्लांट में मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने की योजना बनाई है। कंपनी ने हाल ही में तमिलनाडु सरकार के साथ एक "लेटर ऑफ इंटेंट" (Letter of Intent) पर हस्ताक्षर किए हैं जिसके जरिए यह प्लांट फिर से सक्रिय होगा। चेन्नई प्लांट से उत्पादित वाहनों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में एक्सपोर्ट किया जाएगा। इस तरह फोर्ड भारत में अपनी उपस्थिति बनाए रखेगी लेकिन यह ऑपरेशन पूरी तरह से ग्लोबल एक्सपोर्ट पर केंद्रित रहेगा।
फोर्ड की वापसी: ग्लोबल मार्केट के लिए कदम
फोर्ड इंटरनेशनल मार्केट्स ग्रुप के प्रेसिडेंट के हर्ट (Kay Hart) ने एक आधिकारिक बयान में कहा "हम चेन्नई प्लांट के लिए विभिन्न विकल्पों की तलाश कर रहे हैं और हमें तमिलनाडु सरकार से मिल रही मदद के लिए आभार है।" यह बयान फोर्ड की इस दिशा में प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि कंपनी भारत में अपनी वापसी को ग्लोबल मार्केट्स के लिए एक अहम रणनीतिक कदम मान रही है।
फोर्ड की लोकप्रिय गाड़ियां: एक झलक
भारत में फोर्ड मोटर कंपनी ने कई ऐसी गाड़ियां लॉन्च की थीं जिन्हें भारतीय बाजार में काफी पसंद किया गया। ये गाड़ियां अपने दमदार परफॉर्मेंस शानदार डिज़ाइन और मजबूत बिल्ड क्वालिटी के लिए जानी जाती थीं। फोर्ड के कुछ सबसे लोकप्रिय मॉडल्स निम्नलिखित हैं:
Ford EcoSport: भारत की पहली सब-कॉम्पैक्ट SUV में से एक थी। इसकी टफ बिल्ड क्वालिटी बेहतर हैंडलिंग और SUV जैसा डिज़ाइन इसे खास बनाता था।
Ford Endeavour: एक फुल-साइज़ प्रीमियम SUV जिसे दमदार ऑफ-रोड क्षमताओं और शानदार इंटीरियर्स के लिए सराहा गया।
Ford Figo: एक कॉम्पैक्ट हैचबैक जो शानदार माइलेज और आरामदायक इंटीरियर के साथ किफायती दामों पर उपलब्ध थी।
Ford Aspire: एक कॉम्पैक्ट सेडान जिसे प्रीमियम फीचर्स और मजबूत बिल्ड क्वालिटी के लिए जाना जाता था।
Ford Freestyle: यह Figo पर आधारित क्रॉसओवर हैचबैक थी जिसमें SUV जैसी फीचर्स और ऊँचा ग्राउंड क्लीयरेंस था।
Ford Ikon: 2000 के दशक की शुरुआत में "The Josh Machine" के नाम से लोकप्रिय यह सेडान युवा ड्राइवरों के बीच काफी फेमस थी।
ग्लोबल एक्सपोर्ट पर फोकस
हालांकि भारत में फोर्ड की वापसी इंडियन मार्केट के लिए नहीं है बल्कि कंपनी यहां से ग्लोबल मार्केट के लिए एक्सपोर्ट पर ध्यान देगी। इसका मतलब यह है कि फोर्ड की लोकप्रिय गाड़ियां अब भारतीय सड़कों पर नहीं दिखेंगी लेकिन भारत से बनने वाले फोर्ड वाहनों का सफर ग्लोबल मार्केट में जारी रहेगा।
क्या है तमिलनाडु सरकार के साथ साझेदारी?
तमिलनाडु सरकार और फोर्ड मोटर कंपनी के बीच साइन हुए इस "लेटर ऑफ इंटेंट" के तहत कंपनी को चेन्नई प्लांट में फिर से मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने की अनुमति मिली है। यह प्लांट फोर्ड के ग्लोबल ऑपरेशंस का एक अहम हिस्सा बनेगा। तमिलनाडु सरकार की इस योजना से राज्य में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा।
तमिलनाडु ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग का एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है और फोर्ड का यह कदम राज्य के इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट को और तेज़ी से आगे बढ़ाएगा। कंपनी की यह रणनीति भारत को ग्लोबल ऑटोमोबाइल मार्केट में और मजबूती से स्थापित करने में मददगार साबित हो सकती है।
फोर्ड की वापसी से ऑटो सेक्टर में उम्मीदें
फोर्ड की इस वापसी से भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर में एक नई उम्मीद जागी है। हालाँकि भारतीय उपभोक्ताओं के लिए ये निराशाजनक हो सकता है कि फोर्ड की गाड़ियां इंडियन मार्केट में नहीं आएंगी फिर भी इस कदम से भारत में मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट सेक्टर में तेजी आ सकती है।