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दिवाली से पहले अच्छी खबर! चीन का दबदबा खत्म, दोपहिया वाहन बिक्री में भारत सबसे आगे, जानें डिटेल

भारत में दोपहिया वाहनों की बढ़ती मांग के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं। ग्रामीण इलाकों में लोगों की क्रय शक्ति में सुधार इंधन की कीमतों में स्थिरता और छोटे शहरों में बेहतर सड़क अवसंरचना ने लोगों को अधिक से अधिक दोपहिया वाहन खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया है।

 
Two wheeler

Delhi Highlights, नई दिल्ली: भारत ने दोपहिया वाहनों की बिक्री के मामले में नया रिकॉर्ड बनाया है जिससे चीन को पछाड़कर दुनिया का सबसे बड़ा दोपहिया बाजार बनने का गौरव प्राप्त किया। जब वरिष्ठ विश्लेषक सोमाने मंडल ने इस सफलता पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस साल की पहली छमाही में भारत के दोपहिया बाजार ने 22% की वृद्धि दर्ज की है। यह वृद्धि मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती मांग अनुकूल मानसून की स्थिति और सरकार की विभिन्न विकास योजनाओं का परिणाम है। इसके साथ ही वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में भारत के दोपहिया बाजार में मजबूत दोहरे अंक की सालाना वृद्धि देखी गई।

भारत बना सबसे बड़ा दोपहिया बाजार

भारत में दोपहिया वाहनों की बढ़ती मांग के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं। ग्रामीण इलाकों में लोगों की क्रय शक्ति में सुधार इंधन की कीमतों में स्थिरता और छोटे शहरों में बेहतर सड़क अवसंरचना ने लोगों को अधिक से अधिक दोपहिया वाहन खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया है। इसके अतिरिक्त शहरों में बढ़ती ट्रैफिक समस्या के कारण लोग दोपहिया वाहनों को प्राथमिकता देने लगे हैं क्योंकि यह यात्रा के लिए तेज और किफायती साधन साबित होता है।

चीन में ई-साइकिल की बढ़ती लोकप्रियता

चीन में जहां 125cc से कम के दोपहिया वाहन सबसे अधिक लोकप्रिय थे वहां अब लोगों का रुझान ई-साइकिल की ओर बढ़ रहा है। लोग अब पारंपरिक मोटरसाइकिल और स्कूटर के बजाय ई-साइकिल को आवागमन के लिए चुन रहे हैं। इसके विपरीत भारत में लोगों की प्राथमिकता अभी भी मोटरसाइकिल और स्कूटर ही बनी हुई है जो बाजार की बढ़ती मांग को दर्शाती है।

वैश्विक दोपहिया बाजार में भारत का दबदबा

भारत की दोपहिया वाहन कंपनियों ने न केवल घरेलू बाजार में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी छाप छोड़ी है। होंडा ने इस बाजार में अपनी अग्रणी स्थिति बनाए रखी है जबकि हीरो मोटोकॉर्प यामाहा टीवीएस मोटर और यादिया जैसी कंपनियों ने भी महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। काउंटरप्वाइंट रिसर्च के अनुसार 2024 की पहली छमाही में वैश्विक स्तर पर दोपहिया वाहनों की बिक्री में सालाना 4% की वृद्धि की उम्मीद है।

सबसे तेजी से बढ़ने वाला ब्रांड

टीवीएस मोटर ने इस वित्तीय वर्ष में सबसे तेजी से बढ़ने वाले ब्रांड के रूप में अपनी पहचान बनाई है। सालाना आधार पर इसमें 25% की वृद्धि हुई है जिससे यह शीर्ष 10 वैश्विक दोपहिया वाहन निर्माताओं की सूची में एक प्रमुख स्थान पर पहुंच गया है। टीवीएस की सफलता का मुख्य कारण उसके किफायती और टिकाऊ वाहनों की बढ़ती मांग है जो विशेष रूप से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में ग्राहकों के लिए आकर्षक विकल्प हैं।

सेल्फ-ड्राइविंग कारों की बढ़ती मांग

हवाई अड्डे के बाहर सेल्फ-ड्राइविंग कारों की बिक्री में भी भारत ने बढ़ोतरी दर्ज की है। यूरोप उत्तरी अमेरिका दक्षिण अमेरिका पश्चिम एशिया और अफ्रीका में भी इस प्रकार की कारों की मांग बढ़ी है। जबकि चीन और दक्षिण-पूर्व एशिया में इस क्षेत्र में गिरावट देखी गई है। यह दर्शाता है कि भारत न केवल दोपहिया वाहनों के मामले में बल्कि ऑटोमोबाइल उद्योग के अन्य क्षेत्रों में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।