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हरियाणा में 225 अर्धसैनिक बलों की कंपनियां और 60,000 सुरक्षाकर्मी तैनात, मतदान एजेंटों के लिए दिशा-निर्देश जारी

Haryana News: अधिकारियों के अनुसार चुनाव के लिए 225 अर्धसैनिक बलों की कंपनियां और 60000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। यह सभी सुरक्षा बल सुनिश्चित करेंगे कि चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण और निष्पक्ष हो।
 
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5 अक्टूबर 2024 को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए सुरक्षा में कड़ी चूक नहीं। हरियाणा में चुनाव से पहले सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं। अधिकारियों के अनुसार चुनाव के लिए 225 अर्धसैनिक बलों की कंपनियां और 60000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। यह सभी सुरक्षा बल सुनिश्चित करेंगे कि चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण और निष्पक्ष हो।

हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने बताया कि 11000 विशेष पुलिस अधिकारियों (एसपीओ) को भी तैनात किया गया है। ये अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा "हम चुनाव के दौरान सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहे हैं। हमारी कोशिश है कि हर कोई निर्भीक होकर मतदान करे।"

हरियाणा में भारी मात्रा में नकद और शराब की बरामदगी

शत्रुजीत कपूर ने आगे बताया कि राज्य में चुनाव से पहले कई जगहों पर भारी मात्रा में पैसे बरामद हुए हैं। उन्होंने कहा "गुरुग्राम फरीदाबाद और अंबाला में सबसे ज्यादा पैसे बरामद हुए हैं।" कुल मिलाकर हरियाणा में 60 करोड़ रुपये से अधिक की नकद राशि जब्त की गई है।

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नूंह क्षेत्र को अत्यधिक संवेदनशील माना गया है। यहां 13 अर्धसैनिक बलों की कंपनियां तैनात की गई हैं। हाल ही में हरियाणा पुलिस ने 27000 लीटर शराब भी जब्त की है। इसके साथ ही एक नकली शराब फैक्ट्री का भी पर्दाफाश किया गया है।

जनता की भागीदारी की अपील

डीजीपी कपूर ने जनता से बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील की है। उन्होंने कहा "लोकतंत्र को जनता के सहयोग की आवश्यकता है। हर किसी को अपने मत का प्रयोग करना चाहिए।" उनका मानना है कि चुनाव में भागीदारी लोकतंत्र को मजबूत बनाती है।

मतदान केंद्रों पर सुरक्षा का ध्यान

हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने घोषणा की है कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की निगरानी के लिए राज्य जिला और विधानसभा नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। उन्होंने चंडीगढ़ से उपायुक्तों और जिला चुनाव अधिकारियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस बैठक के दौरान चुनाव व्यवस्थाओं की समीक्षा की।

अग्रवाल ने कहा "भारतीय चुनाव आयोग भी वेबकास्टिंग के माध्यम से प्रक्रिया की देखरेख करेगा।" इससे यह सुनिश्चित होगा कि मतदान प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो।

मतदान एजेंटों के लिए दिशा-निर्देश

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने चेतावनी दी कि मतदान एजेंटों को मतदान के दिन केवल अधिकृत गतिविधियों में भाग लेने की अनुमति होगी। किसी भी प्रकार की निषिद्ध गतिविधियों में शामिल होने पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा "अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।"

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अवैध गतिविधियों पर नजर

अग्रवाल ने चुनाव अवधि के दौरान अवैध शराब नशीले पदार्थों नकदी और हथियारों के परिवहन को रोकने के लिए चौकियों पर सतर्कता के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने जिला निगरानी टीमों को अपने प्रयासों को तेज करने का आह्वान किया। उनका कहना है कि इस बार किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की सुरक्षा

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने निर्देश दिया कि मतदान से पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को सुरक्षित स्ट्रांग रूम में रखा जाना चाहिए। मतदान के बाद ईवीएम को पर्याप्त सुरक्षा उपायों के साथ ले जाया जाएगा।

उन्होंने यह भी कहा कि ईवीएम ले जाने वाले वाहनों को परिवहन के दौरान नहीं रुकना चाहिए। सुरक्षा उद्देश्यों के लिए इन वाहनों को जीपीएस से लैस होना चाहिए। यह सब कदम यह सुनिश्चित करेंगे कि चुनाव प्रक्रिया बिना किसी रुकावट के संपन्न हो।