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Ram Rahim: हरियाणा की इन 9 जिलों की 30 से अधिक सीटों पर प्रभाव डाल सकते हैं बाबा के समर्थक, समझिए राम रहीम का चुनावी नेटवर्क

अखबारों और रिपोर्ट्स के मुताबिक राम रहीम का हरियाणा के 9 जिलों की 30 से अधिक सीटों पर प्रभाव है। राज्य में उनके 50 लाख से अधिक अनुयायी हैं और पैरोल मिलने से यह संदेश फैल गया है कि भाजपा सरकार बाबा के पक्ष में है।
 
Ram Rahim

Haryana News: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम का हरियाणा की राजनीति में लंबे समय तक प्रभाव रहा है। जेल जाने के बाद से बाबा का प्रभाव कम होता दिख रहा है लेकिन उनका जादू पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। हरियाणा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राम रहीम को जेल से मिली पैरोल ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या हरियाणा की राजनीति में अब भी बाबा का जादू वैसा ही कायम है?

2014 और 2019 के चुनाव में बाबा के समर्थन का असर

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम ने 2014 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का समर्थन किया था. हरियाणा में बीजेपी के लिए यह चुनाव ऐतिहासिक साबित हुआ जब पार्टी पहली बार पूर्ण बहुमत के साथ आई। लेकिन हैरानी की बात ये है कि बीजेपी बाबा के मुख्यालय सिरसा में एक भी सीट जीतने में नाकाम रही. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिरसा की एक रैली में बाबा के काम की तारीफ की थी लेकिन इसका चुनाव नतीजों पर कोई असर नहीं पड़ा.

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2019 के विधानसभा चुनाव में भी बाबा का प्रभाव ज्यादा असर नहीं दिखा. सिरसा में बीजेपी दोबारा नहीं जीत सकी जबकि बाबा के अनुयायी हमेशा उनकी बातों पर अमल करते हैं. हालाँकि चुनाव परिणाम केवल एक कारक पर निर्भर नहीं होते हैं; कभी-कभी यह कई अन्य कारकों का संयोजन होता है।

दलित वोटरों पर बाबा का प्रभाव

हरियाणा में दलित मतदाताओं का एक बड़ा हिस्सा राम रहीम के पक्ष में है. राज्य की 20 फीसदी से ज्यादा आबादी दलित है और यह वोट बैंक हर चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाता है. जाट वोट ज्यादातर कांग्रेस के साथ जुड़े हुए हैं लेकिन दलित वोट बीजेपी के लिए बेहद अहम हैं. माना जा रहा है कि बाबा की जेल से रिहाई के बाद बीजेपी को इस वर्ग का समर्थन मिल सकता है.

कई बार बाबा के समर्थन के बावजूद चुनाव में सफलता नहीं मिल पाई है. उदाहरण के लिए जब कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने 2012 में बाबा का आशीर्वाद लिया था तब भी उनकी पार्टी पंजाब विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत दर्ज करने में विफल रही थी।

नौ जिलों की 30 से ज्यादा सीटों पर असर

माना जाता है कि राम रहीम का हरियाणा के नौ जिलों की 30 से ज्यादा सीटों पर प्रभाव है. डेरा सच्चा सौदा के करीब 50 लाख लोग अनुयायी हैं जो बाबा के इशारों पर चलते हैं। डेरा के अंदर राजनीतिक मामलों की समिति तय करती है कि किस पार्टी को समर्थन देना है. बाबा की फरलो पर रिहाई से उनके अनुयायियों को यह संदेश गया है कि भाजपा सरकार उनका ख्याल रख रही है।

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डेरा का प्रभाव संगठित है और सोशल मीडिया के जरिए अनुयायियों तक संदेश आसानी से पहुंच जाता है. आगामी चुनाव में बाबा का समर्थन बीजेपी के लिए फायदेमंद हो सकता है.

बाबा की रिहाई का असर

राम रहीम को पैरोल पर जेल से रिहा कर दिया गया है लेकिन वह हरियाणा में चुनाव प्रचार नहीं कर पाएंगे. फिर भी उनके अनुयायियों तक यह संदेश पहुंच गया है कि बीजेपी सरकार उनके बाबा का समर्थन करती है. कांग्रेस ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग से आपत्ति जताई थी लेकिन इसे नजरअंदाज कर दिया गया.

हालांकि पिछले कुछ चुनावों में बाबा का राजनीतिक प्रभाव कम होता दिख रहा है लेकिन उनका जादू पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। उनके अनुयायी आज भी उनकी बातों पर अमल करते हैं और यही वजह है कि उनके जेल से बाहर आने पर बीजेपी को दलित वोटों का समर्थन मिल सकता है.