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किसानों के हित में उठाए गए कदमों से नहीं हटेंगे पीछे, धमकियों से नहीं डरेंगे : लखविंदर सिंह औलख

लखविंदर सिंह औलख जो कि भारतीय किसान एकता (Indian Kisan Ekta) के प्रदेश अध्यक्ष हैं ने शनिवार सुबह सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो जारी कर इस बात की जानकारी दी कि उन्हें शुक्रवार रात एक अज्ञात फोन कॉल के माध्यम से जान से मारने की धमकी मिली।
 
Lakhvinder Singh Aulakh

Delhi highlights, चंडीगढ़ : भारतीय किसान एकता के प्रदेश अध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख (Lakhvinder Singh Aulakh) को सिरसा में जान से मारने की धमकी मिली है। इस घटना ने किसानों और उनके हितों के लिए संघर्ष करने वाले नेताओं को एक बार फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है कि जब तक किसान अपने हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे तब तक ऐसे डराने-धमकाने वाले प्रयास चलते रहेंगे। लेकिन लखविंदर सिंह ने साफ कर दिया है कि वे इन धमकियों से डरने वाले नहीं हैं और किसानों के हित में उठाए गए कदमों से वे पीछे नहीं हटेंगे।

सिरसा में किसान नेता को मिली जान से मारने की धमकी

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लखविंदर सिंह औलख जो कि भारतीय किसान एकता (Indian Kisan Ekta) के प्रदेश अध्यक्ष हैं ने शनिवार सुबह सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो जारी कर इस बात की जानकारी दी कि उन्हें शुक्रवार रात एक अज्ञात फोन कॉल के माध्यम से जान से मारने की धमकी मिली। उन्होंने बताया कि इस कॉल में उन्हें स्पष्ट रूप से कहा गया कि अगर उन्होंने पेस्टिसाइड की दुकानों पर चल रही कार्रवाई को नहीं रोका तो इसका अंजाम बुरा होगा और उन्हें अपनी जान से हाथ धोना पड़ सकता है।

यह घटना उस समय सामने आई है जब बीते कुछ दिनों से सिरसा और आसपास के इलाकों में नकली और एक्सपायरी डेट वाली पेस्टिसाइड दवाइयों की बिक्री की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। किसानों की इन शिकायतों के आधार पर कृषि विभाग ने इन दुकानदारों और डीलरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए कई दुकानों को सील कर दिया है। लखविंदर सिंह का कहना है कि यह कार्रवाई पूरी तरह से किसानों के हित में की गई थी ताकि उन्हें गुणवत्तापूर्ण पेस्टिसाइड उपलब्ध हो सके और उनकी फसलें सुरक्षित रह सकें।

लखविंदर सिंह ने अपने वीडियो में बताया कि धमकी देने वाले व्यक्ति ने उन्हें चेतावनी दी कि अगर उन्होंने इन दुकानदारों के खिलाफ जारी कार्रवाई को रोका नहीं तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। कॉलर का नाम ट्रू कॉलर ऐप पर वीरेंद्र जैन के रूप में दिखाया गया। हालांकि यह पता नहीं चल सका है कि यह नाम सही है या नहीं लेकिन पुलिस ने इस मामले में तुरंत जांच शुरू कर दी है और आरोपी कॉलर की तलाश की जा रही है।

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धमकी देने वाले ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह उन तत्वों में से है जो किसानों के हक के खिलाफ काम कर रहे हैं और जो नहीं चाहते कि किसानों को शुद्ध और सुरक्षित पेस्टिसाइड मिले। इस तरह की धमकियों का उद्देश्य केवल उन लोगों को डराना होता है जो सही के लिए आवाज उठा रहे होते हैं। लेकिन लखविंदर सिंह ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे इस तरह की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं और वे किसानों के हित में उठाए गए कदमों को पीछे नहीं हटाएंगे।

पुलिस और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग

लखविंदर सिंह ने पुलिस और प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की मांग की है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि यह घटना केवल उनकी ही नहीं बल्कि सभी किसान नेताओं और किसानों के लिए एक चेतावनी है कि जब तक वे अपने हक के लिए लड़ते रहेंगे तब तक उन्हें इस प्रकार की धमकियों का सामना करना पड़ सकता है।

पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और आरोपी कॉलर की तलाश जारी है। लखविंदर सिंह ने पुलिस को इस बात की जानकारी दी कि उन्हें इस कॉल के बाद लगातार 15-20 कॉल किए गए जिससे यह स्पष्ट है कि धमकी देने वाले व्यक्ति का उद्देश्य केवल उन्हें डराना नहीं था बल्कि उन्हें लगातार मानसिक रूप से परेशान करना भी था।

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किसानों के हित में उठाए गए कदमों से नहीं हटेंगे पीछे

लखविंदर सिंह औलख ने स्पष्ट कर दिया है कि वे इस तरह की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वे किसानों के हित में उठाए गए कदमों से पीछे नहीं हटेंगे और चाहे कोई भी उन्हें कितनी भी धमकियां क्यों न दे वे अपने उद्देश्य से भटकने वाले नहीं हैं।

उन्होंने किसानों से भी अपील की है कि वे डरें नहीं और अपने हक के लिए संघर्ष करते रहें। लखविंदर सिंह ने यह भी कहा कि अगर किसानों को उनके खिलाफ किसी भी प्रकार की धमकी या अन्याय का सामना करना पड़ता है तो वे तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करें।